हेल्लो दोस्तों, स्वागत है हमारे वेबसाइट के आज के इस पोस्ट में हम लोकतंत्र क्या है Loktantra Kya Hai, लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai,लोकतंत्र की परिभाषा loktantra ki paribhasha तथा लोकतंत्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने वाले हैं |
लोकतंत्र क्या है Loktantra Kya Hai
लोकतंत्र क्या है Loktantra Kya Hai – लोकतंत्र का शाब्दिक अर्थ है लोगों का शासन संस्कृत में लोक जनता तथा तंत्र शासन है इस प्रकार लोकतंत्र या प्रजातंत्र एक ऐसी शासन व्यवस्था और लोकतांत्रिक राज्य दोनों के लिए प्रयुक्त होता है ।
लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai
लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai – सभी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की पहचान के लिए एक बहुत ही सरल पैमाना था लोगों के पास अपनी सरकार चुनने का अधिकार होना।
एक सरल परिभाषा के अनुसार – लोकतंत्र शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं।लोकतंत्र में शासन की सर्वोच्च सत्ता जनता के हाथों में समाहित होती है। तथा जनता शासन में सक्रिय भूमिका निभाती है। लोकतंत्र में जनता को सरकार का निर्माण करने के साथ-साथ शासन की जन विरोधी नीतियों तथा कानूनों का संवैधानिक ढंग से विरोध करने का अधिकार भी प्राप्त है। लोकतंत्र प्रभुत्व शक्ति ना होकर निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रबुद्ध शक्ति को जनहित में प्रयोग करने की व्यवस्था का नाम है।
लोकतंत्र की परिभाषा loktantra ki paribhasha
विद्वानों ने लोकतंत्र शब्द को अपने-अपने दृष्टिकोण से परिभाषित किया है। कुछ प्रमुख विद्वानों द्वारा दी गई लोकतंत्र की राजनीतिक परिभाषाएं निम्न हैं –
अब्राहम लिंकन के अनुसार लोकतंत्र जनता का जनता के लिए तथा जनता के द्वारा शासन हैं।
ब्राइस के अनुसार लोकतंत्र शासन का रुप है जिसमें राज्य के शासन की शक्ति किसी वर्ग विशेष या वर्गों में निहित ना होकर संपूर्ण जन समाज के सदस्यों में निहित है।
डायसी के अनुसार लोकतंत्र शासन का वह प्रकार है जिसमें शासक समुदाय संपूर्ण राष्ट्र का अपेक्षाकृत एक बड़ा भाग होता है।
प्रो.हरनर्शा के अनुसार राज्य के प्रकार के रूप में लोकतंत्र शासन की ही एक विधि नहीं है वरन सरकार की नियुक्त करने उस पर नियंत्रण करने तथा उसे अपदस्थ करने की विधि है।
लोकतंत्र की विशेषताएँ
लोकतन्त्र की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
(1) लोकतन्त्र में शासक जनता द्वारा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं और लोगों द्वारा चुने गये ये शासक ही सभी अन्तिम एवं महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।
(ii) लोकतन्त्र में चुनाव जनता को एक ऐसा अवसर उपलब्ध कराता है, कहते हैं। जहाँ वह निष्पक्ष मतदान द्वारा सरकार को चुन सकते हैं।
(iii) चुनाव का यह विकल्प लोकतन्त्र में सभी लोगों को समान रूप से पूरे चीन से उपलब्ध होता है। एक व्यक्ति एक वोट और एक मूल्य ।
(iv) चुनाव द्वारा बनी सरकार संविधान द्वारा निर्धारित किए गए कानूनों और नागरिक अधिकारों दायरे को मानते हुए कार्य करती है।
उपर्युक्त विशेषताओं के आधार पर कुछ देशों के सन्दर्भ में लोकतान्त्रिक अनुमति और दावा / दिखावा करने वाली लोकतान्त्रिक सरकारों को स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है।
लोकतंत्र ही क्यों?
लोकतंत्र शासन का सर्वोत्तम रूप अथवा व्यवस्था है। अन्य शासन व्यवस्थाओं से तुलनात्मक रूप से सर्वाधिक लोकप्रिय और न्यायसंगत है। विश्व के अधिकांश देशों में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली ही कार्य कर रही है। लोकतांत्रिक शासन प्रणाली में समस्त जनता को हिस्सा लेने का अवसर मिलता है। लोकतंत्र के संबंध में लोगों के विभिन्न मत हो सकते हैं, लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं कि कुछ विसंगतियों के बावजूद लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था सर्वश्रेष्ठ शासन व्यवस्था है।
लोकतंत्र के खिलाफ तर्क
इस चर्चा में लोकतंत्र के खिलाफ वे अधिकांश तर्क सामने आ गए हैं जिन्हें
हम आम तौर पर सुनते हैं। ये तर्क कुछ इस प्रकार के होते हैं (i) लोकतंत्र में नेता बदलते रहते हैं। इससे अस्थिरता पैदा होती है।
(ii) लोकतंत्र का मतलब सिर्फ राजनैतिक लड़ाई और सत्ता का खेल है। यहाँ नैतिकता की कोई जगह नहीं होती।
(iii) लोकतांत्रिक व्यवस्था में इतने सारे लोगों से बहस और चर्चा करनी पड़ती है कि हर फैसले में देरी होती है।
(iv) चुने हुए नेताओं को लोगों के हितों का पता ही नहीं होता। इसके चलते खराब फैसले होते हैं। कीर
(v) लोकतंत्र में चुनावी लड़ाई महत्त्वपूर्ण और खर्चीली होती है, इसीलिए इसमें भ्रष्टाचार होता है।
(vii) सामान्य लोगों को पता नहीं होता कि उनके लिए क्या चीज़ अच्छी है और क्या चीज़ बुरी इसलिए उन्हें किसी चीज़ का फैसला नहीं करना चाहिए।
लोकतंत्र के पक्ष में तर्क
लोकतांत्रिक शासन पद्धति दूसरों से बेहतर है क्योंकि यह शासन का अधिक जवाबदेही वाला स्वरूप है।
प्रकार लोकतंत्र बेहतर निर्णय लेने की संभावना बढ़ाता है।
लोकतंत्र मतभेदों और टकराव को संभालने का तरीका उपलब्ध कराता है।
लोकतंत्र नागरिकों का सम्मान बढ़ाता है।
लोकतांत्रिक व्यवस्था दूसरों से बेहतर है क्योंकि इसमें हमेंहमें अपनी गलती ठीक करने का अवसर भी मिलता है।
लोकतांत्रिक सरकार के प्रमुख लक्षणों का उल्लेख कीजिए
लोकतांत्रिक सरकार के प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं
- उत्तरदाई सरकार लोकतांत्रिक सरकार उत्तरदाई होती हैं सार्वभौम वयस्क मताधिकार के आधार पर निर्वाचित प्रतिनिधि लोगों के प्रति उत्तरदाई होते हैं।
- राजनीतिक सजगता लोकतंत्र में कानून की दृष्टि से सभी समान है तथा जन्म, जाति,वर्ग, रंग, लिंग, धर्म आदि के आधार पर किसी से कोई भेदभाव नहीं किया जाता।
- जनता की इच्छा पर आधारित सरकार लोकतंत्र जनता की इच्छा पर आधारित होता है। जनता अपनी इच्छा अनुसार सरकार चुनती है।
- स्वतंत्रता एवं समाजवाद पर आधारित लोकतंत्र में लोगों को अपने विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है।
लोकतंत्र के मुख्य दोषों का उल्लेख कीजिए –
लोकतंत्र के मुख्य दोष निम्नलिखित हैं –
1. अस्थिरता लोकतंत्र में नेता और राजनीतिक दल बदलते रहते हैं। इस कारण राजनीतिक अस्थिरता बनी रहती है।
2. नैतिकता का निम्न स्तर लोकतंत्र मुख्यत राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तथा शक्ति का खेल है। इसमें नैतिकता के लिए कोई स्थान नहीं है।
3. निर्णय लेने में देरी लोकतंत्र में विचार विमर्श की एक लंबी प्रक्रिया चलती है, जिससे निर्णय लेने में देरी होती है।
4. भ्रष्टाचार लोकतंत्र में भ्रष्टाचार चरम पर होता है ।अनेक राजनीतिक दल शासन में आने के लिए ताकत एवं धन का इस्तेमाल करते हैं।
आपने क्या जाना – आज के इस पोस्ट में आपने जाना की लोकतंत्र क्या है Loktantra Kya Hai, लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai,लोकतंत्र की परिभाषा loktantra ki paribhasha क्या होती है |
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लोकतंत्र क्या है Loktantra Kya Hai
लोकतंत्र का शाब्दिक अर्थ है लोगों का शासन संस्कृत में लोक जनता तथा तंत्र शासन है इस प्रकार लोकतंत्र या प्रजातंत्र एक ऐसी शासन व्यवस्था और लोकतांत्रिक राज्य दोनों के लिए प्रयुक्त होता है ।
लोकतंत्र की परिभाषा loktantra ki paribhasha
लोकतंत्र शासन का एक ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते हैं।लोकतंत्र में शासन की सर्वोच्च सत्ता जनता के हाथों में समाहित होती है। तथा जनता शासन में सक्रिय भूमिका निभाती है। लोकतंत्र में जनता को सरकार का निर्माण करने के साथ-साथ शासन की जन विरोधी नीतियों तथा कानूनों का संवैधानिक ढंग से विरोध करने का अधिकार भी प्राप्त है। लोकतंत्र प्रभुत्व शक्ति ना होकर निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रबुद्ध शक्ति को जनहित में प्रयोग करने की व्यवस्था का नाम है।
लोकतंत्र का क्या अर्थ है loktantra ka kya arth hai
सभी लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की पहचान के लिए एक बहुत ही सरल पैमाना था लोगों के पास अपनी सरकार चुनने का अधिकार होना।